जब से उनसे मुहब्बत हुई. | जिन्दगी खूबसूरत हुई ||

 ग़ज़ल
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जब से उनसे     मुहब्बत हुई.
जिन्दगी       खूबसूरत    हुई, 
मन दिया तन दिया धन दिया, 
जब उन्हें जो      जरूरत हुई.
दुख में सुख में हर इक हाल में, 
सिर्फ हंसने   की    आदत हुई.
एक पल     की  खुशी के लिए, 
पत्थरों         की    इबादत हुई.
बात   अपनी         सुनाऊँ उन्हें, 
पर न   इतनी   भी   हिम्मत हुई.
आप का    साथ जब मिल गया, 
फिर किसी    की   न चाहत हुई.
साथ पहले         भी धोखे हुए, 
आज भी        तो शरारत    हुई.
शिव नारायण शिव
16-9-21
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